Wednesday, January 15, 2020

स्पीकर पेलोसी ने सीनेट को ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग के दस्तावेज सौंपे, इस पर साइन करने के लिए सांसदों को पेन बांटे January 15, 2020 at 06:54PM

वॉशिंगटन. अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने गुरुवार को सीनेट को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग के दो दस्तावेज सौंप दिए। उन्होंने इन दस्तावेजों पर कई पेनों से खुद साइन करने के बाद वहां मौजूद सांसदों को पेन बांटे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह देश के लिए दुखद है कि राष्ट्रपति ने अपने पद की गोपनीयता का उल्लंघन किया और राष्ट्रीय सुरक्षा को नजरअंदाज कर चुनावी प्रक्रिया को खतरे में डाला।

दस्तावेज सौंपने के बाद महाभियोग की सुनवाई के लिए चुने गए हाउस मैनेजर ने सीनेट के चेम्बर में सभी सदस्यों को ट्रम्प पर लगाए गए आरोपों को पढ़कर सुनाया। पहले दस्तावेज में ट्रम्प पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप है। दूसरे प्रस्ताव में उनके खिलाफ महाभियोग सुनवाई के दौरान संसद के काम में अड़चन डालने का आरोप लगाया गया है।

सीनेट जाएंगे चीफ जस्टिस
सीनेट के नेता मिच मैक्कॉनेल ने सभी सदस्यों को आगे की कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स शपथ लेने पहुंचेंगे और चीफ जस्टिस सभी सांसदों की ओर से शपथ लेंगे। अमेरिका के इतिहास में ऐसा महज तीसरी बार होगा जब सीनेट को कोर्ट में बदला जाएगा। उन्होंने कहा कि महाभियोग की सुनवाई मंगलवार तक शुरू होगी। इसके बाद व्हाइट हाउस को सुनवाई लंबित होने की जानकारी दी जाएगी और सीनेट राष्ट्रपति को लंबित आरोपों पर जवाब देने या अपना वकील भेजने के लिए राष्ट्रपति को सम्मन भेजेगा।

दिसंबर 2019 को सदन में प्रस्ताव पास हुए थे
पेलोसी ने पहली बार सितंबर 2019 में ट्रम्प पर देश को धोखा देने का आरोप लगाया था। 19 दिसंबर 2019 को उनके खिलाफ महाभियोग के लिए सदन में दो प्रस्ताव पेश किए गए थे।प्रस्तावों पर वोटिंग के दौरान डेमोक्रेट्स ने ट्रम्प के खिलाफ और रिपब्लिकन ने ट्रम्प के पक्ष में वोटिंग की। दोनों प्रस्ताव के पक्ष में 230 और विपक्ष में 197 वोट पड़े थे।उन्होंने दो डेमोक्रेट्स और अपने प्रतिद्वंद्वी जो बिडेन के खिलाफ जांच शुरू करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था। निजी और सियासी फायदे के लिए अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करते हुए 2020 राष्‍ट्रपति चुनाव के लिए अपने पक्ष में यूक्रेन से विदेशी मदद मांगी थी।

अमेरिका में राष्ट्रपति के खिलाफ अभियोग के मामले:

  • 1868 मेंअमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयूजॉनसन के खिलाफ अपराध और दुराचार के आरोपों पर हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में महाभियोग प्रस्ताव पास हुआ। उनके खिलाफ संसद में आरोपों के 11 आर्टिकल्स पेश किए गए। हालांकि, सीनेट में वोटिंग के दौरान जॉनसन के पक्ष में वोटिंग हुई और वे राष्ट्रपति पद से हटने से बच गए।
  • 1998 मेंबिल क्लिंटन के खिलाफ भी महाभियोग लाया गया था। उन पर व्हाइट हाउस में इंटर्न रही मोनिका लेवेंस्की ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। उन्हें पद से हटाने के लिए हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में मंजूरी मिल गई थी, लेकिन सीनेट में बहुमत नहीं मिल पाया।
  • वॉटरगेट स्कैंडल में पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन (1969-74) के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई होने वाली थी, लेकिन उन्होंने पहले ही इस्तीफा दे दिया। उन पर अपने एक विरोधी की जासूसी का आरोप लगा था।


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ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग की कार्रवाई शुरू करवाने में स्पीकर नैंसी पेलोसी की भूमिक अहम।

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