चीन की राजधानी बीजिंग में पुलिस ने सोमवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग के कड़े आलोचक जू झंगरुन को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। जू शिघुआ यूनिवर्सिटी में कानून के प्रोफसर हैं। उनकी मित्र गेंग जियाओनान ने कहा कि पिछले महीने जू की एक किताब न्यूयॉर्क में प्रकाशित हुई थी। इसमें जिनपिंग और उनकी कम्युनिस्ट पार्टी के शासन की तीखी आलोचना की गई है।
किताब में 10 राजनीतिक निबंध हैं। इस किताब के कारण ही जू को गिरफ्तार किया गया। इससे पहले स्थानीय मीडिया में रिपोर्ट आई थी कि जू को घर में नजरबंद किया गया है क्योंकि उन्होंने अपने एक निबंध में लिखा था कि चीन में जिनपिंग की वन मैन सत्ता के कारण कोरोना बढ़ा।
एक अन्य निबंध में कहा था कि चीन माओत्से तुंग के अधिनायकवादी शासन की ओर जा रहा है। कई मुद्दों पर चीन दुनिया में अलग-थलग पड़ता जा रहा है। चीनी जनता के लिए लोकतंत्र चुनने का यही सही समय है।
जनवरी से ही अपने आलोचकों को गिरफ्तार करवा रहे जिनपिंग
चीन में कोरोना संकट से मुकाबले को लेकर जिनपिंग की आलोचना करने वालों की जनवरी से गिरफ्तारी की जा रही है। इनमें जू बड़ा नाम हैं। अप्रैल में एक बिजनसमैन रेन झिकियांग ने अपने लेख में जिनपिंग को बिना कपड़ों का क्लोन बताया था।
पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। यही नहीं, कई लोग कोरोना को लेकर जिनपिंग के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। उधर, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा कि उन्हें जू की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है।
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