अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मंगलवार को एक बार फिर मेल-इन बैलेट (ईमेल या लेटर पोस्ट कर वोटिंग) का विरोध किया। उन्होंने एरिजोना में चुनावी रैली में कहा कि अगर 2020 चुनाव में ईमेल से वोटिंग की इजाजत दी जाती है तो जरा सोचिए क्या होगा? ये सभी वोट किसे मिलेंगे। ऐसा हुआ तो यह देश के इतिहास का सबसे भ्रष्ट चुनाव हो सकता है।
ट्रम्प ने कहा कि जब अमेरिका दूसरे विश्व युद्ध के दौरान चुनाव करा सकता है तो कोरोनावायरस के बीच क्यों नहीं हो सकता। मुझे निजी तौर पर लगता है कि ऐसी कोई वजह नहीं जिससे हम सुरक्षित वोटिंग नहीं करा सकें।
‘डेमोक्रेट्स कोरोना की आड़ में चुनाव में धोखाधड़ी करने की फिराक में’
ट्रम्प ने दावा किया कि डेमोक्रेट्स कोरोना वायरस के बहाने लोगों को वोटिंग करने से रोकना चाहते हैं। वह इसकी आड़ में लाखों फर्जी मेल इन बैलेट भेजकर चुनाव में धोखाधड़ी करने की फिराक में है। लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि जो लोग नहीं आ सकते या सैनिकों के लिए ईमेल से वोटिंग करवाने में कोई हर्ज नहीं है।
ट्रम्प पहले भी मेल-इन बैलेट के खिलाफ बोल चुके हैं
इससे पहले भी ट्रम्प ने मेल-इन बैलेट्स को धोखा बताया था। उन्होंने कहा था कि डेमोक्रेट्स 2020 के चुनावों में धोखेबाजी करना चाहते हैं। वे इसके खिलाफ हैं। । 22 जून को उन्होंने ट्वीट किया था कि दूसरे देशों और लोग लाखों मेल-इन बैलेट प्रिंट करके भेज देंगे। कोरोनावायरस को देखते हुए अमेरिका के चुनावों में मेल-इन बैलेट की मांग हो रही है। डेमोक्रेट्स पार्टी इसके समर्थन में है वहीं रिपब्लिक पार्टी इसके खिलाफ है।
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