Monday, June 1, 2020

हैवानियत के 8 मिनट 46 सेकंड : जब अमेरिकी पुलिस ने अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड को तड़पाकर मार डाला June 01, 2020 at 02:33AM

अमेरिका में अश्वेत नागरिक की पुलिस के हाथों हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हिंसा और लूटपाट हो रही है। कई शहरों में कर्फ्यु है। मारे गए अश्वेत नागरिक का नाम जॉर्ज फ्लॉयड था। उसकी हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। आखिर, क्या था माजरा? क्यों पुलिस ने जॉर्ज को हिरासत में लिया? और कैसे सरेआम-दिनदहाड़े उसको तड़पा-तड़पाकर मार डाला?

नकली नोट से सिगरेट खरीदने का आरोप था
वाकया 25 मई की दोपहर का है। मिनेसोटा राज्य के मिनेपोलिस शहर की पुलिस के नंबर 911 पर एक कॉल आता है। एक व्यक्ति पुलिस को बताता है कि यहां रहने वाले अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड ने 20 डॉलर के नकली नोट से सिगरेट खरीदी है।

पुलिस ने जो तरीके अपनाए, वो नियमों के खिलाफ थे

घटना के कुछ वीडियोज सामने आए हैं। कुछ घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बनाए तो कुछ सिक्युरिटी सर्विलांस कैमरों में दर्ज हुए। खास बात ये है कि पुलिस ने फ्लॉयड पर जो भी तरीके आजमाए वो विभागीय नियमों का उल्लंघन हैं। पुलिस अफसर दम घोंटता रहा, जॉर्ज ही नहीं बाकी लोग भी उसे छोड़ देने की अपील करते रहे। लेकिन, पुलिस की बर्बरता के आगे किसी की एक न चली। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत कत्ल नहीं तो और क्या है।
फ्लॉयड की मौत के अगले दिन घटना में शामिल सभी चार पुलिस अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया। हेनेपिन काउंटी के अटॉर्नी माइक फ्रीमैन ने कहा कि जॉर्ज का गला दबाने वाले डेरेक चौवेन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा।

करीब 9 मिनट तक फ्लॉयड की गर्दन घुटने से दबाई थी

चौवेन के खिलाफ दर्ज केस में साफ कहा गया है कि उन्होंने 8 मिनट 46 सेकंड तक जॉर्ज की गर्दन अपने घुटने से दबाए रखी। हैरानी की बात ये है कि चौवेन ने फ्लॉयड की सांस रुकने के बाद भी घुटना नहीं हटाया। वो तब हटे जब मेडिकल टीम वहां पहुंच गई।घटना में तीन और अफसर शामिल थे। इनके नाम हैं- थॉमस लेन, जे. एलेक्जेंडर और टोउ थाओ। इनके खिलाफ भी जांच जारी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Us George Floyd Death Incident Latest News Updates On Minneapolis Police

No comments:

Post a Comment