Thursday, August 27, 2020

कराची के जिन्ना मार्ग पर 800 हिंदुओं ने गणेश उत्सव मनाया, लोगों ने कहा- डेढ़ दिन की पूजा से सालभर की ऊर्जा मिली August 27, 2020 at 12:30AM

मंदिर मे बडा पंडाल, शंखनाद करते भक्त, लाल चूड़ियां और पारंपरिक पोशाक पहने महिलांए 'जयदेव जयदेव जय मंगलमूर्ती' की आरती गाते दिखाई दें तो यह अपने लिए आम बात हो सकती है। अगर यह नजारा पाकिस्तान के कराची शहर का हो तो आपको शायद पहले विश्वास न हो। यहां रहने वाले 800 से ज्यादा भारतीय मूल के महाराष्ट्रीयन परिवार सालों से गणपति उत्सव मनाते आ रहे हैं।

इन्होंने कराची के बड़ा मंदिर में डेढ़ दिन का गणेश उत्सव मनाया। इनका कहना था कि इससे पूरे साल की ऊर्जा मिल गई। कराची के रत्नेश्वर महादेव मंदिर, गणेश मठ मंदिर और स्वामीनारायण मंदिर में यह उत्सव होता है।

गणेश उत्सव की शुरुआत कृष्णा नाईक ने आज से 76 साल पहले की थी। वे बंटवारे के बाद कराची जाकर बस गए थे। कृष्णा के बाद उनके बेटे राजेश नाईक और अब उनकी नई पीढ़ी इस परंपरा को आगे निभा रही है। नाईक परिवार ने पहले कुछ लोगों के साथ मिलकर इसकी शुरूआत की थी। बाद में कराची के कई मराठी परिवारों को इससे जोड़ा।

कराची में महाराष्ट्रीयन पंचायत बनाई गई
कराची में रहने वाले सोशल एक्टिविस्ट और कराची मराठी कम्युनिटी के सदस्य विशाल राजपूत ने इस साल मनाए गए गणेश उत्सव की जानकारी दैनिक भास्कर को दी। उन्होंने बताया कि कराची में महाराष्ट्रीयन पंचायत की स्थापना की गई है। इसके जरिए सभी भारतीय त्योहार, उत्सव मनाए जाते हैं। अभी कराची में 800 से ज्यादा मूल कोंकणी मराठी लोग रहते हैं।

कराची में 800 से ज्यादा मूल कोकणी मराठी लोग रहते हैं।

भारत-पाक के तनाव का कोई असर नहीं
विशाल राजपूत ने बताया कि कराची में भारी तादाद में हिंदू रहते हैं। हर साल एमए जिन्ना मार्ग से गणपति का जुलूस निकलता है, लेकिन अब तक कभी भी दो समुदायों के लोगों के बीच टकराव नहीं हुआ। भारत-पाकिस्तान में जब भी तनाव का माहौल होता है। इसका कोई असर यहां नहीं होता। यहां मुस्लिम परिवार भी इस उत्सव में शामिल होते हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
कराची के महादेव मंदिर में गणेश उत्सव मनाया गया। डेढ़ दिन के लिए गणेशजी प्रतिम स्थापित की गई।

No comments:

Post a Comment