Tuesday, February 18, 2020

चीन ने बढ़ी दाढ़ी और ज्यादा बच्चे होने के कारण उइगर मुस्लिमों को नजरबंद किया February 18, 2020 at 12:07AM

बीजिंग. चीन के अधिकारी प्रतिदिन उइगर मुसलमानों की जनसंख्या की गतिविधियों और व्यवहार की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही उनके बढ़ीहुई दाढ़ी और ज्यादा बच्चे होने के कारण नजरबंद शिविरों में भेज रहे हैं। लीक हुए दस्तावेज में यह जानकारी सामने आई है।नजरबंदी के लिए दिए गए कारणों में उपवास, दाढ़ी बढ़ाना, पासपोर्ट के लिए आवेदन करना और बहुत सारे बच्चे होने पर आधिकारिक जन्म नीति का उल्लंघन करना शामिल है।

जर्मन न्यूज चैनल डीडब्ल्यू और बीबीसी को सौंपे गए 137 पन्नों के दस्तावेज में उन 311 लोगों की सूची दी गई है, जिन्हें 2017 और 2018 में काराकाक्स काउंटी में ‘री-एजुकेशन’ के लिए भेजा गया।एक मामले में अधिकारियों ने एक उइगर मुसलमान को ‘री-एजुकेशन कैंप’ में भेजा और बढ़ी हुई दाढ़ी के कारण उसके 15 रिश्तेदारों को भी निगरानी में रखा। दस्तावेज में यह दावा किया गया है कि चीनी अधिकारियों ने यह निष्कर्ष निकाला कि युवक की बढ़ी दाढ़ी और उसकी पत्नी के घूंघट रखने का अर्थ है कि वे धार्मिक और चरमपंथी विचारों से ग्रसित हैं।

चीन के उत्तर-पश्चिमी शिनजियांग के एक शिविर में दंपती के किशोर बेटे को भी हिरासत में लिया गया था। ऐसा तब किया गया जब व्यक्ति के रिश्तेदारों के व्यवहार की निगरानी करने वाले अधिकारी ने सिफारिश की कि आगे भीसभी की निगरानी की जाएगी।

लीक दस्तावेज में तीन हजार से ज्यादा व्यक्तियों के निजी विवरण

इस लिस्ट में शिनजियांग के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र के तीन हजार से ज्यादा व्यक्तियों के निजी विवरण है। साथ ही इसमें कराकाक्स शिविर में भेजे गए 311 व्यक्तियों और उनसे जुड़े 1,800 से ज्यादा परिवार के सदस्यों, पड़ोसियों और दोस्तों का पूरा नाम और पहचान संख्या भी शामिल है। लिस्ट में बच्चों का भी नाम है।इस दस्तावेज में डाउनलोड किए गए वीडियो, इंटरनेट चैट मैसेजों, चेहरे की पहचान करने वाली उच्च तकनीक कैमरा, घर जाकर पूछताछ की डिटेल भी है।

जर्मन न्यूज चैनल डीडब्ल्यू से यूनिवर्सिटी ऑफ नॉटिंघम के विशेषज्ञ रियान थुम ने कहा- मुझे लगता है कि यह कल्पना करना दिलचस्प है कि ये चीजें शिनजियांग में मौजूद हैं। जो डेटा बाहर आया है वह चौंका देने वाला है। दस्तावेज के अनुसार, अधिकांश बंदियों को रिहाई के लिए मंजूरी दे दी गई थी। निगरानी के तहत फैक्ट्रियों में कई जबरन काम करने के लिए मजबूर थे।

20 लाख उइगर मुस्लिम नजरबंद

2014 के बाद से आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत 20 लाख उइगर मुस्लिम और अन्य अल्पसंख्यकों को कई शिविरों में हिरासत में रखा गया है। चीन लगातार कहता रहा है कि वह इस क्षेत्र में चरमपंथ से निपटने के लिए ‘वोकेशनल ट्रेनिंग कैम्प’ चला रहा है। हालांकि, पूर्व बंदियों ने आरोप लगाया है कि वहां कैदियों को यातनाएं दी जाती हैं। उन पर मेडिकल एक्सपेरिमेंट किए जाते हैं। साथ ही महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है।

उइगरों के पूर्वजों की कब्रों को नष्ट कर रहा चीन

अक्टूबर में यह खबर सामने आई थी कि चीन शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुसलमानों के पूर्वजों की कब्रों को नष्ट करने में जुटा है। आलोचकों का कहना था कि अल्पसंख्यक समुदाय की सांस्कृतिक पहचान मिटाने के लिए वहां कार पार्किंग और खेल का मैदान बनाया जा रहा है। कब्रिस्तान नष्ट किए जाने के कुछ सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई थी।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
चीन के शिनजियांग प्रांत में करीब 20 लाख उइगर मुसलमान नजरबंद। -फाइल फोटो

No comments:

Post a Comment